उपग्रह के बारें में आपने अपने स्कूल में जरुर पढ़ा होगा, लेकिन उपग्रह को समझना काफी कठिन है. उपग्रह दो तरह के हो सकते हैं एक कृत्रिम और दूसरा मानव निर्मित, हाँ उपग्रह के प्रकार अनेक होते है जिनकी (Satellite in Hindi) चर्चा हम इस आर्टिकल में करने वाले हैं. अगर आप उपग्रह यानि Satellite के बारें में Hindi में पढना चाहते है तो आप सही जगह आये हैं. हम इस आर्टिकल में आपको Quick जानकारी देने वाले हैं यानि उपग्रह से जुड़े इम्पोर्टेंट टॉपिक पर बात करेंगे. यहाँ हम समझेंगे Satellite क्या है और यह कैसे काम करती है और इनके प्रकार कितने हैं. मानव निर्मित और प्राकृतिक उपग्रह क्या है ? –
उपग्रह क्या है – What is Satellite in Hindi
उपग्रह की साधारण परिभाषा इस तरह है (Satellite Meaning) ‘वह पिण्ड जो गुरुत्वाकर्षण की वजह से ग्रहों के चारों तरफ चक्कर लगाते हैं इन्हें उपग्रह कहा जाता है’ यह ग्रह प्राकृतिक भी हो सकते हैं और कृतिम भी हो सकते हैं. सौर मंडल में अभी तक ज्ञात हुए प्राकृतिक उपग्रहों की संख्या 173 है. चंद्रमा और पृथ्वी प्राकृतिक उपग्रह है. वहीँ मानवनिर्मित उपग्रहों (Satellite) की संख्या लगातार बढती जा रही है आर्यभट्ट और रोहणी मानव निर्मित यानि कृत्रिम उपग्रह है.
उपग्रह किसे कहा जाता है या कह सकते हैं – Satellite Define in Hindi
हमने उपर आपको बताया है की ग्रहों की परिक्रमा करने वाले ग्रह को उपग्रह कहा गया है. जैसे सूर्य एक ग्रह है, सूर्य की परिक्रमा पृथ्वी करती है तो यह उपग्रह हुई. इसी प्रकार चंद्रमा भी एक उपग्रह है क्योंकि यह पृथ्वी की परिक्रमा करता है. आज कृत्रिम उपग्रहों ने भी अंतरिक्ष में अपना स्थान बना लिया है. मनवा द्वारा निर्मित अनेक उपग्रह अलग-अलग कार्य करते हैं और लगातार ग्रहों की परिक्रमा करते रहते हैं. क्रत्रिम उपग्रह जैसे – संचार उपग्रह, पृथ्वी पर्यवेक्षण उपग्रह, नौपरिवहन उपग्रह, वैज्ञानिक एवं अन्वेषण उपग्रह, प्रयोगात्मक उपग्रह और छोटे उपग्रह इत्यादि आज अंतरिक्ष में मानव द्वारा भेजे गये उपग्रह है. इन्ही की मदद से आज संचार और मौसम की जानकारी हमें यहाँ पृथ्वी पर प्राप्त होती है.
कृत्रिम उपग्रह कैसे काम करता है – How Artificial Satellite Works
अगर हम बात करें की मानव द्वारा बनाये गये उपग्रह कैसे काम करते है और इसकी सरंचना कैसी होती है जिसकी वजह से यह अंतरिक्ष में टिक पाता है. हम आपको बता दें की कृत्रिम उपग्रह एक टीवी के आकार से लेकर एक ट्रक के आकार के हो सकते हैं. इनका साइज़ इनके काम पर निर्भर करता है जिसका जितना काम उतना ही इसका साइज़ बनाया जाता है.
Artificial Satellite के दोनों तरफ सोलर प्लेट्स लगी होती है जो उर्जा ग्रहण करती है और बिच में लगे रिसीवर तक उर्जा प्रदान करती है. यही रिसीवर डाटा ट्रान्सफर का काम करते हैं. उन्ही की मदद से हमें पृथ्वी पर डाटा प्राप्त होते हैं. इनके आलावा उनमे मोटर लगी होती है जो उनकी स्थिति बदलने या फिर सिग्नल सेट करने का काम करती है. मोटर की मदद से हम पृथ्वी से Satellite को कण्ट्रोल कर पाते हैं.
इसके अलावा जिस काम के लिए उपग्रह को छोड़ा गया है उससे जुड़े हुए पार्ट्स होते है अगर फोटो के लिए उपयोग किया जा रहा है तो उपग्रह में कैमरे हो सकते है. अगर संचार के लिए उपयोग किया जा रहा है तो अनेक रेडियो सिस्टम इसमें शामिल होंगे.
हम सबसे ज्यादा संचार उपग्रह का उपयोग करते है, आज हम नेविगेशन, मैप्स, कॉल, वीडियो कॉल और इन्टरनेट संचार उपग्रह की मदद से ही कर पा रहे हैं. अंतरिक्ष में आज सबसे ज्यादा संचार उपग्रह मौजूद है.
निष्कर्ष
आपको हमारा Satellite In Hindi आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेंट में जरुर बताएं. अगर आप Satellite से जुड़ी अन्य कोई जानकारी चाहते है तो आप हमसे पूछ सकते हैं. अगर आपको हमारी जानकारी अच्छी लगी है तो अपने दोस्तों के साथ इसे शेयर कर सकते हैं.
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